समाज में एकता और समरसता लाने के लिए, सामूहिक प्रयासों की ज़रूरत होती है. समाज में एकता और समरसता का भाव तभी पैदा होगा, जब सभी शिक्षित होने के साथ-साथ जागरूक होंगे
उमेश बसंतपुरे
आठनेर
ज्ञान और कर्म से ही समाज की सच्ची उन्नति होती है।
Shrinivaas
Balaghat
जहां जागरूकता और एकता होती है समाज की प्रगति वहीं से आरंभ होती है