भुजरिया त्यौहार साहू समाज ( तेली ) समाज द्वारा मनाया गया यह लोकपर्व, अच्छी बारिश, सुख-समृद्धि और खुशहाली की मनोकामना के भाव से नागपंचमी के बाद माता बहने बच्चे बांस की टोकरियों में गेहूं के बीज बोते है और उनको रक्षाबंधन के दूसरे दिन तक देख रख करते है । रक्षाबंधन पर पूजन और दूसरे दिन जल स्रोत में मंगलकामनाओं के साथ विसर्जित किया जाता है । कुछ भुजरियां पौधों को रिश्तेदारों, मित्रो के साथ प्रेम सौहार्द से मिलन करते है । प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भुजरिया का त्यौहार क्षेत्र के सभी गांवों में बड़े धूमधाम से समाज द्वारा मनाया गया । त्यौहार को आठनेर नगर में साहू समाज के लोगों द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में सम्मिलित होकर मनाया गया । श्रीबाथरी साहू समाज के अध्यक्ष का सामाजिक जनों के साथ नगरपरिषद द्वारा भुजरिया पूजन एवं सम्मान किया गया विसर्जन घाट पर जलपान चाय की व्यवस्था भी की गई ।